ज्योतिष्य और हस्तरेखा में नीलम रत्न के लाभ
नीलम शनि का रत्न है और अपना असर बहुत तीव्रता से दिखाता है इसलिए नीलम कभी भी बिना ज्योतिषी की सलाह के नहीं पहनना चाहिए। नीलम रत्न को पहनने के लिए कुंडली और हाथ में निम्न योग होने आवश्ययक हैं।
• यदि शनि रेखा यानि भाग्य रेखा हाथ में कमज़ोर है तो व्यक्ति को नीलम धारण करना चाहिए।
• शनि की साढे साती में नीलम धारण करना लाभ देता है।
• शनि की साढे साती में नीलम धारण करना लाभ देता है।
• शनि की दशा अंतरदशा में भी नीलम धारण करना लाभदायक होता है।
• शनि की सूर्य से युति हो, वह सूर्य की राशि में हो या उससे दृष्टी हो तो भी नीलम पहनना चाहिए।
• कुंडली में शनि वक्री, अस्त गत या दुर्बल अथवा नीच का हो तो भी नीलम धारण करके लाभ होता है।
- सवाल: नीलम को कैसे धारण करें ?
- जवाब: आपको नीलम शनिवार को चाँदी अंगूठी में बनवा के सीधे हाथ की मध्यमा उंगली (middle finger) में धारण करना है | यदि संभव हो तो धारण करने से पूर्व ‘‘ॐ शं शनैश्चराय नम:'' मन्त्र की कम से कम एक माला जाप करके मध्यमा उॅगली में धारण कर ले।
सवाल: नीलम ( blue sapphire ) कैसे मिलेगा ?जवाब: आपको अपने घर का पता देना है और आपके घर के पते पर नीलम कौरीयर सर्विस या स्पीड पोस्ट ( डाक ) से भेजा जायगा और ट्रॅकिंग नंबर और रसीद दी जाएगी | आपको नीलम 5-6 दिन में मिल जाएगा ।
सवाल: पेमेंट कैसे करना है ?जवाब: आपको पैसे नीचे दिए गए SBI बैंक खाते में भेजने या जमा करवाने है |PAYMENT MODE:SBI Bank: (State Bank of India)A/c No.: 61246625123
IFSC CODE: SBIN0031199
Branch: Industrial Estate
City: Jodhpur, Rajasthan.